IOT क्या है और कैसे काम करती है? INTERNET OF THINGS IN HINDI

Technology आज हमारी जिंदगी में एक अहम रोल निभा रही है और टेक्नोलॉजी का प्रसार पिछले 20 सालों में काफी तेजी से बड़ा है जिससे पूरी दुनिया एक दूसरे के पास आ गई है लेकिन आने वाले समय में टेक्नोलॉजी में कई बड़े बदलाव देखने को मिलेगे जो कि लोगों की जिंदगी को बहुत ही आसान बना देंगे।

इन्हें टेक्नोलॉजी की बढ़ते क्रम में एक एडवांस टेक्नोलॉजी है जो कि अभी बहुत ही कम स्तर पर उपलब्ध है लेकिन आने वाले समय में इसका प्रसार बहुत तेजी से देखने को मिलेगा और इसे एडवांस टेक्नोलॉजी का नाम है इंटरनेट ऑफ थिंग्स(IOT)

अगर आप इस टेक्नोलॉजी के बारे में जानना चाहते हैं कि “IOT क्या है?IOT कैसे काम करता है?IOT DEVICES,IOT TECHNOLOGY कोन कोनसी है?” Internet of things In Hindi आदि के बारे में हम इस आर्टिकल में निम्न बातें जानने को मिलेगा।

IOT KYA HAI
Iot Kya hai

IOT क्या है?

IOT की Full Form है-INTERNET OF THINGS।

इंटरनेट ऑफ थिंग्स दो शब्दों से मिलकर बना है!इंटरनेट से तात्पर्य है वह जाल जो दो कंप्यूटर को एक नेटवर्क से जोड़ता है और थिंग्स है भौतिक वस्तुएं।

अर्थात इंटरनेट ऑफ थिंग्स से तात्पर्य है की

“हमारे आस पास उपलब्ध भौतिक वस्तुओं (Home appilanc,Light,Fan etc) के जाल को एक इंटरनेट के माध्यम से इस प्रकार Connected(जोड़) कर दिया जाए कि वे एक दूसरे से Communication(संवाद) कर सके”। यह प्रक्रिया ही InterNet Of Things कहलाती है।

IOT एक दूसरे डिवाइस को DATA SEND का काम करती है।

इंटरनेट ऑफ थिंग्स की बात की जाए इस टेक्नोलॉजी से जुड़ने वाले भौतिक वस्तुओं की संख्या 2020 तक 50 अरब हो जाएगी।

Exmaple:- उदाहरण के तौर पर यदि आपके घर में फ्रिज है और उसे इंटरनेट के द्वारा कनेक्टेड कर दिया जाए तो वह अपने अंदर सब्जी/किसी अन्य चीज की कमी होने पर वह खुद ही सब्जी का आर्डर कर देगा।

इसके अलावा मान लीजिए कि आप अपने ऑफ़िस से कार में बैठ कर के घर के लिए रवाना हो रहे है और आप चाहते हैं की घर पर पहुचते ही आपको Ac, Cooler, Fan, Lights On मिले तो इसे इंटरनेट ऑफ थिंग्स के माध्यम से On/Off किया जा सकता है।क्योकि आपकी कार का सेंसर आपके घर पर लगे उपकरण से जुड़ा होगा और वह आपके कार में बैठने पर घर पर लगे उपकरणों को सिगनल देगा कि अपने घर के लिए रवाना हो चुके हैं और कमांड के तौर पर आपके घर के उपकरण घर पहुंचने से पहले ही on हो जाएंगे।

IOT (INTERNET OF THINGS) कैसे काम करेगा?

IOT (INTERNET OF THINGS) सिंपल तरीके से काम करेगा।इसमें जुड़ी हुई वस्तुएं आपस मे बायनरी पद्धति(0,1) के द्वारा सिगनल्स भेजेगी और उपकरण/Device आउटपुट मिलने पर उसे समझकर उसके अनुसार उपकरण ऑन या ऑफ हो जाएगा।

अभी तक व्यक्ति स्माटफोन/कंप्यूटर व इंटरनेट के माध्यम से एक दूसरे से कनेक्ट है लेकिन internet of things के माध्यम से व्यक्ति अपने आसपास की सभी वस्तुओं से भी जुड़ जाएगा जो कि On/Off होती है।

इस तकनीक के द्वारा अपने सभी उपकरणों को स्मार्टफोन से कनेक्टेड किया जा सकेगा जिसके द्वारा आप अपने घर के सभी Devices को अपने मोबाइल फोन के द्वारा कंट्रोल कर पाएंगे लेकिन यह तभी होगा जब आपके मोबाइल फोन का Ip Adress इन डिवाइस के साथ जुड़ा हुआ हो।

IOT का इतिहास(HISTORY OF IOT)

IOT का सर्वप्रथम उपयोग 1982 में Carnegie Mellon University के रिसर्चर ने एक डिवाइस बनाकर किया था। इंटरनेट ऑफ थिंग्स भूतेश्वर ड्राइवर आने वाले समय में यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) से भी कनेक्टेड हो जाएगा।

IOT SENSORS

IOT SENSOR के माध्यम से काम करता है और इन SENSOR के माध्यम से डिवाइसेज को अपनी INTELLIGENCY के अनुसार कमांड भेजता है।तो जानते है की TOP IOT SENSOR कोनसे है जो प्रयोग में लाये जाते है।

  • Temperature Sensor
  • Proximity Sensor
  • Pressure Sensor
  • Water Quality Sensor
  • Chemical Sensor
  • Gas Sensor
  • Smoke Sensor
  • Level Sensor
  • Gyroscope Sensor
  • Image Sensor
  • Motion Detection Sensor

यह Sensor Iot में प्रमुखता से काम लिए जाते है।

IOT PROJECT/IOT पर काम करने वाले डिवाइस

INTERNET OF THINGS के द्वारा कई प्रकार के अनगिनत उपकरणों को एक दूसरे से जोड़ा जा सकता है जो कि On/Off होते हो।

  • Connected WearAble – Fitness Band,Smart Watches, Smart Glasses
  • Connected Home Appliance:- घर पर उपयोग में आने वाले उपकरण(फ्रिज,फैन,कूलर etc)
  • Connected Cars:- Cars जो कि इंटरनेट के माध्य्म से जूड़ी हो।

INTERNET OF THINGS को अपने आसपास कई तरीको में यूज करते हुए देख जा सकता हैं,जिसके बारे में बताने जा रहे है।

  • वाटर लेवल इंडिकेटर:- जिनका उपयोग पानी के लेवल को मापने के लिए किया जाता है।
  • फिटनेसबैंड:- जिनकी उपयोग से सेंसर द्वारा शरीर की सभी गतिविधियों पर नजर रखी जाती है।
  • air pollution metre:- एयर पोलूशन मीटर के द्वारा बाहर हवा में कितना प्रदूषण है,इसका पता लगाया जाता है।
  • GOOGLE HOME और ALEXA:- Google home or Alexa भी इंटरनेट ऑफ थिंग्स पर कार्य करते हैं इसमें बोलकर कुछ कमांड दी जाती है तो वह कार्य गूगल और Alexa करते हैं।
  • Anti Theft Vehicle:- चोरी होने से बचाने के लिए एंटी थेफ्ट व्हीकल को इंटरनेट ऑफ थिंग्स पर डिजाइन किया जा सकता है जो किसी के वाहन को छूने भर से आपके मोबाइल पर नोटिफिकेशन भेज दे।
  • Smart Camera:- आईआईटी के द्वारा स्मार्ट कैमरा बनाया जा सकता है।
  • IOT के द्वारा बाहर का तापमान और आद्रता को मीटर के द्वारा मापा जा सकता है।

ADVANTAGE OF IOT (IOT के फायदे)

टेक्नोलॉजी कितनी ही एडवांस क्यो न हो,उसके फायदे और नुकसान होते हैं जिन्हें आप का जान सकते हैं।

  • Increase Efficiency( क्षमता बढ़ेगी):- आईआईटी के सारे अगर हम IOT के सहारे डिवाइसेज को चलाना सीख जाते हैं और उन्हें एक दूसरे से कनेक्ट कर पाते हैं तो यह हमारे लिए हर काम को आसान कर देगा और हम अपनी क्षमता का ज्यादा से ज्यादा उपयोग कर पाएंगे।
  • Minimize Effort/Save Time:- जिन फिजिकल टास्क करने में हमें बोल कर टाइम देना होता है आईटी के बाद उन फिजिकल टास्क को करने के लिए हमें कम Effort की आवश्यकता होगी।इसी के साथ ही IOT टेक्नोलॉजी हमारे समय की बचत भी करेगी।
  • Improve Security:- IOT सिस्टम एक दूसरे से इंटरकनेक्टेड होगा तो यह ज्यादा क्षमता से अपने फैसले कर पाएगा और यह ज्यादा सुरक्षा प्रदान करेगा।

DisAdvantage Of IOT (IOT के नुकसान)

  • Security:- आईओटी प्रोजेक्ट में सभी डिवाइसेज एक दूसरे से इंटरकनेक्ट रहेंगे तो उन पर बाहरी अटैक का खतरा बना रहेगा और किसी भी नेटवर्क में हैकर सेंड लगाकर हमारी सुरक्षा को प्रभावित कर सकते हैं और जाहिर सी बात है इस टेक्नोलॉजी के बढ़ने के साथ-साथ हैकिंग के मामले भी देखने को मिलेंगे।
  • Privacy:- बिना किसी एक्टिव यूजर के आईटी डिवाइस एक दूसरे से कनेक्ट रहेंगे तो वह उस व्यक्ति के बारे में ज्यादा से ज्यादा पर्सनल डाटा इकट्ठा कर पाएंगे और लोगों की प्राइवेसी के लिए एक खतरा साबित हो सकता है।
  • Complexity:- आईटी टेक्नोलॉजी को एक बड़े पैमाने पर लाना,Maintaining, Designing, और Doveloping एक बहुत ही जटिल काम होगा।

में आशा करता हूं कि आपको मेरे द्वारा बताई गई जानकारी पसंद आई होगी।इस आर्टिकल में बताया है कि “IOT क्या है?IOT कैसे काम करता है? INTERNET OF THINGS IN HINDI”!आपको पसंद आया होगा!अगर आपको पसंद आया है तो इस आर्टिकल को सोशल मीडिया पर शेयर करना ना भूलें और हमारे व्हाट्सएप ग्रुप को जरूर ज्वॉइन करें!

About Kavish Jain

में अपने शौक व लोगो की हेल्प करने के लिए Part Time ब्लॉग लिखने का काम करता हूँ और साथ मे अपनी पढ़ाई में Bed Student हूँ।मेरा नाम कविश जैन है और में सवाई माधोपुर (राजस्थान) के छोटे से कस्बे CKB में रहता हूँ।

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